रांची डेस्क : लैंड स्कैम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ़ ईडी की कार्रवाई से बने राजनीतिक हालात के बीच ईडी व किसी राजनीतिक संकट से निपटने के लिए महागठबंधन की सरकार ने प्लान-बी तैयार कर लिया है। मुख्यमंत्री आवास में देर शाम करीब 7:00 बजे से महागठबंधन के विधायकों की बैठक चल रही थी। बैठक के दौरान प्लान-बी पर चर्चा करते हुए इसे मूर्त रूप दे दिया गया है। बैठक में ही सभी विधायकों से एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर लिया गया है, जिसमें बिना किसी का नाम लिए यह लिखा है कि राजनीतिक संकट की स्थिति में हेमन्त सोरेन अपने उत्तराधिकारी के रूप में जिसे भी अधिकृत करेंगे, उसे सभी विधायकों का पूरा समर्थन रहेगा।
कल के ईडी की कार्रवाई पर रहेंगी सबकी नजर
उल्लेखनीय हैं कि मुख्यमंत्री ने खुद से पूछ्ताछ के लिए ईडी को 31 जनवरी को दोपहर 1:00 बजे का समय दिया है। मुख्यमंत्री ने ईडी को अपने ही आवास पर बुलाया है। कल पूछ्ताछ के बाद ईडी की कार्रवाई पर सबकी निगाहें हैं। कहा जा रहा है कि यदि ईडी पूछ्ताछ के बाद मुख्यमंत्री को हिरासत में लेती है और बात गिरफ्तारी तक पहुंचती है तो सत्तारूढ़ दल बैठक में तय किए गए प्लान-बी को आगे बढ़ाएंगे।
हेमंत सोरेन के उत्तराधिकारी के रूप में इन नामों की है चर्चा
इधर हेमंत सोरेन के उत्तराधिकारी के रूप में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, छोटे भाई बसंत सोरेन और वरीष्ठ झामुमो नेता चंपई सोरेन का नाम राजनीतिक गलियारों में चर्चा में है। उल्लेखनीय है कि हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन दोपहर के सत्तारूढ़ दलों विधायकों की बैठक में शामिल भी हुई थी। हालांकि जब से सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ ईडी की कारवाई को लेकर राजनीतिक हलचल बढ़ी है, तब से उनके उत्तराधिकारी के रूप में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन का नाम चर्चा में हैं। उलेखनीय है कि गत् 31 दिसंबर 2023 को जब गांडेय विधानसभा से झामुमो विधायक डॉ सरफराज अहमद ने इस्तीफा दिया था, तभी चर्चा शुरू हो गई थी कि किसी भी राजनीतिक संकट में झामुमो कल्पना सोरेन का नाम आगे बढ़ाएगी। इस चर्चा को और भी बल इस बात से मिलता है कि चूंकि कल्पना सोरेन झारखंड की निवासी नहीं हैं। उनका मायका उड़ीशा में है। ऐसे में दुमका और बरहेट झामुमो के लिए सबसे सुरक्षित सीट होते हुए भी गांडेय के रूप में एक सामान्य सीट को खाली करवाया गया है।
Author: Shahid Alam
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