गौरी शंकर सिंह, छत्तरपुर : पलामू जिले के छतरपुर स्थित प्रखण्ड सह अंचल कार्यालय परिसर में जिला परिषद मद के लगभग एक करोड़ रुपए की लागत से बनाए जा रहे 38 दुकानों के निर्माण कार्य में ग्रामीणों ने ठेकेदार पर घटिया सामग्री का उपयोग करने का आरोप लगाते हुए विभाग से जांच करवाने की मांग की है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा प्रखंड परिसर में हो रहे दुकान निर्माण में अनियमितता बरती जा रही है। बेरोजगारों के लिए बन रहे दुकानों में घटिया सीमेंट के साथ-साथ बालू की जगह पत्थर का डस्ट मिलाकर जोड़ाई किया जा रहा है। वहीं घटिया ईट का भी उपयोग हो रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि करीब सात फीट तक दीवार की जोड़ाई हो चुकी है, लेकिन इस दौरान एक दिन भी पानी का पटवन नहीं किया जा रहा है। जबकि नियमतः एक सप्ताह तक प्रतिदिन दो से तीन बार पानी का पटवन करना जरूरी होता है। ग्रामीणों ने बताया कि दुकानों का निर्माण उचित मापदंडों के अनुरूप नहीं किया जा रहा है। ऐसे में ये कॉम्प्लेक्स आने वाले समय में दुकानदारों के लिए घातक साबित हो सकता है। मौके पर कमलेश कुमार, प्रवेश प्रसाद, राजू, बच्चन कुमार व अन्य ग्रामीणों ने बताया कि बीडीओ, सीओ, एसडीपीओ व एसडीओ के कार्यालय और आवास के समीप पदाधिकारियों के नाक के नीचे जब निर्माण के दौरान अनियमितला बरती जा रही है तो सुदूरवर्ती इलाकों में सरकारी योजनाओं क्या स्थिति होगी। खास बात यह है कि निर्माण स्थल पर जेई या एई नहीं रहते। कार्यालय आते-जाते पदाधिकारी अनदेखी करते हैं। सारा काम ठेकेदार व अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है।
बिना सूचना सह प्राक्कलन बोर्ड के शुरू कर दिया काम
नियमानुसार किसी भी सरकारी निर्माण कार्य में कार्य प्रारंभ कराने से पहले कार्य का नाम, विभाग का नाम, प्राक्कलन आदि सूचनाओं से संबंधित बोर्ड कार्यस्थल पर लगाया जाता है। इससे ग्रामीणों को निर्माण संबंधित सारी जानकारी आसानी से मिल जाती है। लेकिन जिला परिषद के कॉम्प्लेक्स निर्माण में लगे ठेकेदार द्वारा इसमें भी धांधली बरती जा रही है। ठेकेदार ने बिना कोई बोर्ड लगाए ही कार्य शुरू कर दिया है। ऐसे में स्थानीय ग्रामीणों को योजना संबंधित कोई जानकारी बड़ी ही मुश्किल से मिल पा रही है।
Author: Shahid Alam
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