आज़ाद दर्पण डेस्क : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के विवाद की आंच रांची तक पहुंच गई है। झारखंड में एनसीपी के एकमात्र विधायक कमलेश कुमार सिंह के विरूद्ध दल-बदल का मामला दर्ज कराया गया है। उनके विरूद्ध झारखंड विधानसभा के ट्रिब्यूनल में संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत मामला दर्ज कराया गया है। ट्रिब्यूनल ने उन्हें नोटिस जारी कर 27 सितंबर तक स्वयं या वकील के माध्यम से जवाब देने का निर्देश दिया गया है।
महाराष्ट्र के विधायक ने दर्ज कराया है शिकायत
महाराष्ट्र के एनसीपी (शरद पवार गुट) के विधायक जितेन्द्र अवहद ने हुसैनाबाद विधायक कमलेश कुमार सिंह के विरूद्ध शिकायत दर्ज कराया है। शिकायतकर्ता ने कमलेश कुमार सिंह पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता ने कमलेश कुमार सिंह के विरूद्ध संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत कारवाई करने का आग्रह स्पीकर से किया है। स्पीकर ने शिकायत पर सज्ञान लेते हुए शिकायत दर्ज करने का आदेश दे दिया हैं। साथ ही दोनों विधायकों को नोटिस जारी कर अगामी 27 सितंबर को अपना-अपना पक्ष रखने को कहा गया है।
पहले भी एनसीपी में था, अब भी हूं, आगे भी रहूंगा : कमलेश कुमार सिंह, विधायक
अपने उपर दर्ज हुए दल-बदल के शिकायत के संबंध में झारखंड के हुसैनाबाद विधायक कमलेश कुमार सिंह ने कहा कि पहले भी मैं एनसीपी में था और अपने चुनाव चिन्ह घड़ी के साथ था, अब भी हू और आगे भी रहूंगा। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के खिलाफ किसी भी गतिविधि में न तो शामिल रहा हूं और न ही कोई पार्टी विरोधी ब्यान दिया है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी प्रफुल्ल पटेल थे। उनसे बात हुई है। तय समय पर वह स्पीकर को जवाब देगे।
प्रदेश के पांच विधायकों के खिलाफ चल रहा है दल-बदल का मामला
झारखंड में पांच विधायकों के खिलाफ दल-बदल का मामला चल रहा है। इनमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, कांग्रेस के प्रदीप यादव, डॉ इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप का नाम शामिल हैं। पूर्व विधायक बंधु तिर्की पर भी दल-बदल का मामला लंबित था। परन्तु सीबीआई कोर्ट द्वारा सजा होने के बाद उनकी विधायकी ही चली गई थी।
जुलाई में दो फाड़ हुई थी एनसीपी
जुलाई माह में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी दो फाड़ में टूट गई थी। एनसीपी नेता सह महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार अपने समर्थक विधायकों के साथ मूल पार्टी को छोड़कर शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे। अजीत पवार ने अपने गुट को मूल एनसीपी बताते हुए चुनाव आयोग में दावा भी कर दिया था। महाराष्ट्र में भी एनसीपी शरद पवार गुट ने अपने को मूल एनसीपी बताते हुए बगावत करनेवाले अजीत पवार व नौअन्य विधायकों के खिलाफ दल-बदल का मामला दर्ज करा दिया था। शरद पवार गुट ने भी चुनाव आयोग के पास पार्टी पर अपना दावा किया है।
Author: Shahid Alam
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