गौरी शंकर सिंह, छत्तरपुर : झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी ग्रीन कार्ड राशन योजना पूरी तरह से फ्लॉप हो चुकी है। आठ माह से गरीब चावल के इंतजार में हैं। वर्तमान में गरीबों को फरवरी माह का राशन मिल रहा है।
छत्तरपुर प्रखंड के 1691 और नौडीहा बाजार प्रखंड के 1031 ग्रीन कार्डधारी गरीब परिवार के लोग सरकारी अनाज नहीं मिलने से परेशान हैं। आठ महीने से उन्हें सरकारी अनाज नहीं मिल रहा। जनवितरण प्रणाली के दुकानों का चक्कर लगा लगाकर परेशान हैं। लेकिन हर बार दुकानदारों से एक ही जवाब मिल रहा। एसएफसी गोदाम से ग्रीन राशन कार्ड धारकों के लिए अनाज ही नहीं मिल रहा है। राज्य सरकार आवंटन नहीं दे रही है। इसके बाद वह हार कर घर लौट जा रहे हैं। करमा पूजा में उन्हें आशा थी कि उन्हें जरूर राशन मिल जायेगा। ग्रीन राशन कार्डधारियों के प्रत्येक सदस्य को पांच किलो चावल ही मिलता है। वहीं आपूर्ति विभाग के पूरे सिस्टम में लूट मचा हुआ है। सबके सब गरीब का चावल लूटने में बेचैन हैं। अन्य जगहों में 50 प्रतिशत से अधिक ग्रीन कार्डधारकों को अनाज मिल चुका है। पर यहां के डीलर लाभुकों को टरका दे रहे हैं। अब तक यहां करीब 25 प्रतिशत लोगों को ही फरवरी माह का खाद्यान्न मिला है। डीलर इस फिराक में हैं कि अक्टूबर माह में जब मार्च का आबंटन मिल जायेगा तो एक माह का राशन देकर दूसरे माह का राशन खा जायेंगे।
