पलामू डेस्क : पलामू जिले के पांकी प्रखण्ड क्षेत्र में जिले के उपायुक्त के निर्देश के बाद बालू घाटों का संचालन शुरू हो गया है। प्रखण्ड के कैटेगरी वन के तहत चिन्हित बालू घाटों से बालू का उठाव बुधवार से चालान के माध्यम से शुरू हो गया है। बालू का वैध परिवहन शुरू होने से क्षेत्र में व्याप्त बालू की समस्या से स्थानीय ग्रामीणों को काफी राहत मिलेगी।
पांकी के नौ घाटों को कैटेगरी वन के तहत किया गया है चिन्हित
खनन विभाग द्वारा पांकी के नौ बालू घाटों को कैटेगरी वन के तहत चिन्हित किया गया है। चाको नदी में तीन घाट तितलंगी, गिड़ी तथा केल्हवा, अमानत नदी में दो घाट बोरोदिरी और द्वारिका को कैटेगरी वन में चिन्हित किया गया है। इसके अलावा बनई नाला, सोवनस नाला और पीरी नदी घाट को भी इसमें शामिल किया गया है। इनमें से चाको नदी के केल्हवा घाट और अमानत नदी के बोरोदिरी घाट से चालान के माध्यम से बालू का वैध उठाव बुधवार से शुरू हो गया है।
ग्राम पंचायत के माध्यम से 100 रूपये का कटेगा चालान
बालू के उठाव ग्राम पंचायत के माध्यम से होगा। इसके लिए संबन्धित पंचायत के मुखिया, उप मुखिया तथा पंचायत सचिव समेत पांच अन्य सदस्य उत्तरदायी होंगे। ग्राम पंचायतों को बालू के परिवहन का चालान उपलब्ध करा दिया गया है। कारोबारी या उठाव करनेवाले व्यक्ति को बालू के लिए 100 रूपये प्रति 100 सीएफटी का भुगतान करना है। यानि की करीब एक ट्रैक्टर बालू के लिए 100 रूपये का भुगतान चालान के माध्यम से करना है। इससे अधिक ली जाने वाली राशि अवैध मानी जाएगी।
सिर्फ ट्रैक्टर से होगा उठाव व परिवहन, नहीं कर सकेंगे भंडारण
कैटेगरी वन के घाटों से बालू का उठाव व परिवहन सिर्फ ट्रैक्टर से ही हो सकेगा। एक बार घाट से बालू उठाने के बाद उसे निर्माण स्थल पर ही रखा जाएगा। बालू का निर्माण स्थल के अलावा कहीं भंडारण और बिना चालान के परिवहन को अवैध माना जाएगा। कैटेगरी वन के बालू घाटों से बालू का उठाव गैर-व्यावसायिक, निजी निर्माण, सामुदायिक उद्देश्य तथा सरकारी योजनाओं के निर्माण के लिए किया जा सकेगा।
क्या कहना है प्रमुख का
इस संबंध में पांकी प्रमुख पंचम प्रसाद ने कहा कि सरकार के द्वारा बालू घाटों के संचालन का जिम्मा ग्राम पंचायतों को देने का फैसला बेहद सरहनीय है। एनजीटी के रोक समाप्त होने के बाद बालू का वैध उठाव व परिवहन शुरू होने से स्थानीय लोगों काफी राहत मिलेगी। उन्होंने लोगों से वैध रूप से 100 रूपये का चालान कटवाकर बालू का उठाव करने की अपील की है। साथ ही उन्होंने निर्माण करी करनेवाले ग्राहकों से भी बालू गिरवाते समय चालान लेने की गुजारिश की है।
Author: Shahid Alam
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