नागपुर डेस्क : महाराष्ट्र के नागपुर से रोंगटे खड़े करने वाली एक ऐसी खबर सामने आ रही है। हत्या करने के तरीके को जानकर आपका भी दिल दहल जाएगा। इस खबर में आप ये जानेंगे कि एक महिला कृषि वैज्ञानिक कैसे अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए पति समेत चार ससुराल वालों की हत्या कर सीरियल किलर बन गई। महिला वैज्ञानिक ने हत्या के लिए जो तरीका अपनाया, वह आपके रोंगटे खड़े करने के लिए काफी है। घटना को अंजाम देने में महिला की एक अन्य सहेली ने भी उसका साथ दिया। पुलिस ने आरोपी महिला वैज्ञानिक व उसकी सहेली को गिरफ्तार कर लिया है।
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला
आरोपी महिला वैज्ञानिक का नाम संघमित्रा है। 22 वर्षीय इस महिला कृषि वैज्ञानिक का वैवाहिक जीवन अच्छा नहीं चल रहा था। अपनी बेटी के वैवाहिक जीवन में अनबन से आहत महिला वैज्ञानिक के पिता ने महाराष्ट्र के अकोला स्थित घर में पांच महीने पहले आत्महत्या कर ली थी। महिला के सीरियल किलर बनने की कहानी यहीं से शुरू होती है। अपने पिता की मौत का जिम्मेदार महिला वैज्ञानिक अपने ससुराल वालों को मान रही थी।
‘थैलियम’ जहर देकर पांच लोगों को उतारा मौत के घाट
चूंकि महिला अपने पिता के मौत का जिम्मेदार में ससुराल वालों को मान रही थी। ऐसे में उसने अपने ससुराल वालों से बदला लेने की ठान ली। शातिर महिला वैज्ञानिक ने घटना को अंजाम देने के लिए ये पता लगाना शुरू किया किस केमिकल को जहर के रूप में प्रयोग किया जाए कि पुलिस भी चकमा खा जाए। तब उसे एक घातक केमिकल ‘थैलियम’ के बारे में पता चला, जिसका उसने इस्तेमाल किया। उसने फिर तेलंगाना से ‘थैलियम’ खरीद कर लाया। महिला वैज्ञानिक ने अपनी सहेली रोजा रामटेके की मदद से 20 दिनों के अंदर बारी-बारी से अपने पति समेत चार अन्य ससुराल वालों को ‘थैलियम’ जैसे घातक जहर देकर उनकी हत्या कर दी। जहर खाए लोगों को सिर और शरीर में दर्द होता था। जीभ में समस्या होती थी और होंठ काले पड़ जाते थे। इन लक्षणों के कारण सभी को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया जाता। लेकिन इलाज के क्रम में डॉक्टर बीमारी की पहचान कर पते, इससे पहले ही उनकी मौत हो जाती थी।
शुरुआत में डॉक्टर भी हुए हैरान
शातिर दिमाग की मालकिन महिला वैज्ञानिक ने पांच लोगों की हत्या में 20 दिन का समय लिया। उसने पहली हत्या 20 सितंबर को की थी, जबकि आखिरी हत्या 10 अक्टूबर को। शुरूआत में लोगों का इलाज करने वाले डॉक्टर भी हैरान थे क्योंकि मौत के कारणों का पता नहीं चल पा रहा था। बाद में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में जहरीले केमिकल की मौजूदगी का पता तो चल रहा था, लेकिन केमिकल की पहचान नहीं हो पा रही थी। ऐसे में मामले की पूरी गहनता से जांच की गई। तब जांचकर्ताओं को ‘थैलियम’ के बारे में जानकारी मिली।
क्या है ‘थैलियम’
‘थैलियम’ एक जहरीला केमिकल है। ये इतना घातक है कि इसे जहरों का जहर कहा जाता है। इसकी सबसे बाड़ी विशेषता ये है कि शरीर में इसकी मौजूदगी का पता लगना बहुत ही मुश्किल काम है। क्योंकि इस केमिकल का न तो कोई रंग होता है, न ही कोई स्वाद होता है और न ही कोई गंध। बस इसी विशेषता के कारण शातिर आरोपी ने हत्या के लिए इसका प्रयोग किया।
हत्या का तरीका जान कर पुलिस भी रह गई हैरान
हत्याकांड की इस गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। चूंकि शुरुआत में पुलिस को भी हत्या के तरीके का पता नहीं चल पा रहा था। लेकिन जब पता चला तो पुलिस भी हैरान रह गई। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी महिला व उसकी सहेली को गिरफ्तार कर लिया है। पूछ्ताछ में महिला व उसकी सहेली में आरोपों को कबूल कर लिया है। दोनों के विरुद्ध हत्या समेत कई अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
Author: Shahid Alam
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