पलामू डेस्क : विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मंडल ने पलामू उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप कर पांकी विधायक के विरुद्ध कारवाई की मांग की है। उपायुक्त को हाथोंहाथ व एसपी के कार्यालय में सौंपे गए ज्ञापन में पांकी विधायक डॉ. कुशवाहा शशिभूषण मेहता पर कई गंभीर आरोप लगाया गया है।
क्या है ज्ञापन में
कई संगठनों के प्रतिनिधि मंडल ने पलामू उपायुक्त से मुलाकात कर विधायक के भड़काऊ भाषण के मामले में कारवाई करने का आग्रह किया है। ज्ञापन में कहा गया है कि पांकी में कुछ ही महीने पहले सांप्रदायिक दंगा हुआ था। ऐसे में पांकी सांप्रदायिक दृष्टिकोण से बेहद संवेदनशील क्षेत्र है। वहां के स्थानीय लोगों और प्रशासन की समझदारी और सजगता से असामाजिक सांप्रदायिक तत्व अब वहां किसी प्रकार की घटना को अंजाम देने में विफल रहे हैं। लेकिन पांकी विधायक डॉ कुशवाहा शशिभूषण मेहता हर पर्व-त्योहार पर सांप्रदायिक और उन्मादी भाषण देकर यहां के माहौल को खराब करने की कोशिश में लगे हैं। दुर्गापूजा के दौरान दिया गया उनका एक ताजा उन्मादी भाषण सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि विधायक द्वारा समुदाय विशेष के लिए बेहद आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया है। प्रतिनिधि मंडल ने विधायक पर कारवाई की मांग की है।प्रतिनिधि मंडल में अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष बी एन सिंह, भाकपा माले के जिला सचिव आर एन सिंह, हूल झारखंड क्रांति दल के चनरधन महतो, एटक के राज्य सचिव राजीव कुमार, मनीष कुमार शामिल थे।
क्यों सौंपा गया है ज्ञापन
पांकी विधायक डॉ कुशवाहा शशिभूषण मेहता ने विगत दिनों नीलांबर पितांबर पुर में एक शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए विवादित ब्यान दिया था। उन्होंने भाषण देते हुए कहा था कि यदि पूजा स्थलों के आस-पास कोई दाढ़ी और टोपी वाला दिखेगा तो उसे दौड़ा-दौड़ा कर मारेंगे, फिर अंजाम चाहे कुछ भी हो। इसके पहले भी उन्होंने ईद मिलादून्नबी के समय भी विवादित ब्यान दिया था। प्रतिनिधि मंडल ने उपायुक्त व एसपी के समक्ष इन्हीं विवादित और उन्मादी ब्यानों को शिकायत की गई है।
Author: Shahid Alam
Editor