पलामू डेस्क : दशकों पहले महाजनी प्रथा हुआ करता था, जिसमें लोग ब्याज पर पैसे उधार लेते थे। लेकिन देने में देरी के कारण देनदार यानि कि तब के महाजन मूलधन से कई गुण अधिक ब्याज की रकम वसूलते थे। लेनदारों के जमीन, घर सब बिक जाते थे। लेकिन आज के समय में भी ऐसा मामला सामने आए तो बड़ी हैरानी वाली बात होगी। लेकिन ऐसा ही एक मामला पांकी थाना में आया है। पांकी थाना में थाना क्षेत्र के करार निवासी प्रमोद भुईयां ने मूलधन से कई गुणा अधिक ब्याज की रकम नहीं देने पर देनदार तरवाडीह निवासी बबन कुमार द्वारा मारपीट करने, जाति सूचक शब्द का प्रयोग कर गाली देने और तलवार से काटने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है।
क्या है पूरा मामला
घटना के संबंध में भुक्तभोगी करार निवासी प्रमोद भुईयां ने बताया कि लॉकडाउन के कुछ ही दिन पहले उसने तरवाडीह निवासी बबन कुमार से 17 हजार रुपये उधार लिया था। लेकिन अचानक लॉकडाउन हो जाने के कारण समय पर रुपये वापस नहीं कर सका। लेकिन लॉकडाउन के बाद जब काम शुरू हुआ तो उसने देनदार बबन कुमार को 17 हजार के बदले 18 हजार रुपये वापस कर दिया। प्रमोद भुईयां ने आरोप लगाया कि बबन कुमार ने रुपये देने से अब तक प्रत्येक महीने 5% ब्याज जोड़ कर कर्ज के 17 हजार को 56 हजार कर दिया और जबरन मांगने लगा।
रुपये नहीं देने पर किया हमला
प्रमोद भुईयां ने बताया कि वह 56 हजार रुपये देने में सक्षम नहीं है। फिर भी कुछ पैसे देने को मैं तैयार था। लेकिन मंगलवार को जब मैं ड्यूटी जा रहा था तब बबन कुमार ने मुझे पकड़ लिया और मेरी पिटाई कर दी। इस दौरान उसने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए मुझे भद्दी-भद्दी गालियां दी। भुक्तभोगी ने आरोप लगाया कि आरोपी बबन कुमार ने तलवार निकाल कर उसे काटने का भी प्रयास किया। लेकिन किसी तरह जान बचाकर वह थाना पहुंचा और कारवाई के लिए आवेदन दिया है।

Author: Shahid Alam
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