गौरी शंकर सिंह, छत्तरपुर : छतरपुर विधायक पुष्पा देवी ने मेदिनीनगर में आयोजित आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम में मंच से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा महिला विधायक से मुलाकात के बारे में दिए गए बयान को बेहद शर्मनाक व अशोभनीय बताते हुए कड़ी निंदा की है। विधायक पुष्पा देवी ने कहा कि पिछले दो महीने से मैं लगातार मुख्यमंत्री से मिलने की कोशिश कर रही हूं, परंतु मुझे समय नही दिया गया। जब शुक्रवार को मेदिनीनगर सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर क्षेत्र की समस्याओं को रखा तो शायद मुख्यमंत्री को अच्छा नही लगा। जब मैं लिखित रूप से ये मांग रखी कि पलामू के पारा शिक्षकों को क्यों हटाया गया ?
एक तरफ आप रोजगार मेला लगाकर रोजगार देने की बात करते है। दूसरी तरफ आपने पलामू के सैकड़ो पारा शिक्षक की नौकरी खा गए जो वर्षो से अपनी सेवा दे रहे थे। इस बात से बौखलाए मुख्यमंत्री ने मंच से कहा कि महिला विधायक चोरी-छिपे मिलने आती है और सरकारी मंच साझा नहीं करती। मुख्यमंत्री का यह बयान बेहद शर्मनाक और अशोभनीय है और मैं इसकी कड़ी निन्दा करती हूं। मुख्यमंत्री को अभद्र कटाक्ष करने के बजाय इसका जबाब देना चाहिए कि वर्षो से कार्यरत पलामू के सैंकड़ों पारा शिक्षकों को क्यों हटाया गया। साथ ही विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री को इसका जबाव देना चाहिए की छतरपुर में अभी तक निबंधन कार्यालय की शुरुआत क्यों नही हुई ? जबकि सबंधित अधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री के आदेश पर निबंधन कार्यालय का काम रोका गया है। मुख्यमंत्री को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या विपक्ष के विधायक अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री से नहीं मिल सकते? मैं अपने क्षेत्र की विधायक हूं तो क्या मुझे अपने क्षेत्र के समस्याओं के संबंध में मुख्यमंत्री से मिलने का अधिकार नहीं है? अगर नहीं है तो मुख्यमंत्री को इस संबंध में लिखित रूप से सूचना जारी करनी चाहिए।
Author: Shahid Alam
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