हजारीबाग डेस्क : विगत 6 जनवरी से लापता छात्र वीरेंद्र कुमार के शव को हजारीबाग के कोर्रा थाना की पुलिस ने ईचाक के हदारी हजारी गांव के एक कुएं से बरामद कर लिया है। पुलिस ने इस संबंध में हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए मृतक छात्र के ही दो दोस्त धीरज व ऋषभ को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। उल्लेखनीय है कि छात्र के लापता होने के दो दिन बाद काफी खोजबीन के उपरान्त पता नहीं चलने पर उसके पिता विजय कुमार ने कोर्रा थाना में सन्हा दर्ज कराया था। उल्लेखनीय है कि मृतक 11वीं कक्षा का छात्र वीरेन्द्र कुमार ईचाक के कुटी पीसी गांव का निवासी था। वह अपने पिता विजय कुमार के साथ हजारीबाग के अशोकनगर में रहकर पढ़ाई करता था। उसके पिता अशोक नगर में कुट्टी की दुकान चलाते हैं।
टेक्निकल सेल की मदद से हुआ मामले का खुलासा
इस मामले को लेकर कोर्रा थाना प्रभारी निशि चौबे ने बताया कि छात्र वीरेंद्र कुमार 6 जनवरी से लापता था। परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन उसका पता नहीं चल पाया। अंततः परिजनों ने थाने में सन्हा दर्ज कराया था, जिसके बाद पुलिस ने उसकी खोजबीन शुरू की थी। काफी खोजबीन के बाद उसका पता नहीं चल पा रहा था, जिसके बाद पुलिस ने टेक्निकल सेल की मदद ली। टेक्निकल सेल की मदद से पुलिस वीरेंद्र के एक दोस्त दीपूगढ़ा निवासी धीरज तक पहुंची। पुलिस ने धीरज को हिरासत में लेकर पूछ्ताछ की तो उसने पूरे मामले का खुलासा कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि 6 जनवरी को ही गमछे से गला दबाकर वीरेंद्र की हत्या कर कुएं में डाल दिया था। उसके बयान के आधार पर दूसरे दोस्त ऋषभ को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इधर घटना में अन्य लड़कों के भी शामिल होने की बात सामने आई है
ड्रग्स की लत दोस्ती पर पड़ी भारी
घटना को लेकर बताया जा रहा है कि इस घटना का मुख्य कारण ड्रग्स व अन्य नशा रहा। तीनों दोस्त ड्रग्स लेने के आदी बताए जा रहे हैं। नशे की लत के कारण एक को तो अपनी जान ही गंवानी पड़ी, वहीं बाकी दो दोस्त अपना भविष्य खुद अपने हाथों से बर्बाद कर जेल की सलाखों के पीछे हैं। हजारीबाग में नशे की लत के कारण हुई इस घटना के बाद कॉलेजों में बढ़ते ड्रग्स व नशे के क्रेज को लेकर स्थानीय अभिभावकों का चिंतित होना लाजमी है। अभिभावकों को अभी से चाहिए कि वह अपने बच्चों पर विशेष नजर रखना शुरू करें।
Author: Shahid Alam
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