बोकारो डेस्क : जिले की पुलिस को इस बार साइबर अपराधियों को के विरुद्ध बड़ी सफलता हाथ लगी है। बोकारो के सेक्टर-12 पुलिस ने छापेमारी कर साइबर ठगी को अंजाम देने वाले 16 साइबर अपराधियों को एक साथ गिरफ्तार किया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए सिटी डीएसपी कुलदीप कुमार ने बताया की गुप्त सूचना से मिली जानकारी के आधार पर में ये सभी साइबर अपराधी गिरफ्तार हुए हैं, जिसमें अधिकतर बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले हैं।
गुप्त सूचना के आधार पर हुई गिरफ़्तारी
सिटी डीएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया पुलिस अधीक्षक व सेक्टर-12 थाना को विभिन्न माध्यमों से लगातार गुप्त सूचना मिल रही थी कि कुछ लोग बारी कोऑपरेटिव तथा मनमोहन कोऑपरेटिव से किराये के मकान में रहकर साइबर फ्रॉड की घटना को अंजाम दे रहे हैं। सेक्टर-12 थाना प्रभारी द्वारा सूचना का सत्यापन किया गया, जिसमें सूचना सत्य पाया गया। सूचना के आधार पर त्वरित कारवाई के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने बारी कोऑपरेटिव व मनमोहन कोऑपरेटिव के मकानों में छापामारी कर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बारी कोऑपरेटिव से पांच व मनमोहन कोऑपरेटिव से 11 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी लोग बिहार के रहने वाले हैं, जिसमें अधिकतर नालंदा जिले के निवासी हैं।
पीएम मुद्रा योजना का लोन व लॉटरी के नाम पर करते थे ठगी
सिटी डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार सभी साइबर अपराधी फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पीएम मुद्रा लोक दिलवाने का ऐड डालते थे। ऐड को देखकर यदि कोई भी व्यक्ति इनसे संपर्क करता था तो ये उन्हें प्रक्रिया बताते हुए प्रोसेसिंग फीस की मांग करते थे और फ़ोन करने वाले व्यक्ति को अपने झांसे में लेकर प्रोसेसिंग फी के रूप में पैसे ठग लेते थे। साथ ही ये लोग लॉटरी का के नाम पर भी ठगी को अंजाम देते थे। ये अपराधी ऑनलाइन शॉपिंग का डाटा इकट्ठा कर लोगों को कूरियर के माध्यम से एक विनर लेटर और एक कूपन भेजते थे, जिसमें एक हेल्पलाइन नंबर और एक बार कोड होता था। कूपन, बार कोड और हेल्पलाइन नंबर देखकर लोग इनके झांसे में आ जाते थे। जब ग्राहक इन्हें हेल्पलाइन नंबर पर फ़ोन करता तो उसे लॉटरी में जीते गए नकद या गाड़ी की डिलीवरी के लिए प्रोसेसिंग फी की मांग करते थे और पैसे ठगते थे।
कौन-कौन हुए गिरफ्तार
पुलिस की टीम में ने छापेमारी कर बिहार के नवादा जिले के हिसुआ थाना क्षेत्र के सोनसा गांव निवासी विक्रम कुमार, संदीप कुमार व विशाल कुमार, नालंदा जिले के सैयदी गांव निवासी रंजीत कुमार, प्रवीण कुमार व जितेन्द्र कुमार, नालंदा जिले के ही हरनौत थाना क्षेत्र के बस्ती गांव निवासी ओमप्रकाश कुमार पांडेय व राजेश भारती, नालंदा जिले के गिरियक थाना क्षेत्र के प्यारेपुर निवासी चंदन कुमार, घोसरावा निवासी निवास कुमार तथा नालंदा जिले के बिंद थाना क्षेत्र के लोदीपुर निवासी संजीव कुमार को गिरफ्तार किया है। वहीं पुलिस ने शेखपुरा जिले के बरबीघा थाना क्षेत्र के कुसेढ़ी निवासी दिलखुश कुमार व पीयूष पराशर, जमुई जिले के चंद्रदीप थाना क्षेत्र के मैनाचातर निवासी संजय कुमार, लखीसराय जिले के तेतरहाट थाना क्षेत्र के महीसावना निवासी जितेंद्र कुमार तथा जमुई जिले के जमुई थाना क्षेत्र के सनसोहरा निवासी कन्हैया कुमार को गिरफ्तार किया है। सीटी डीएसपी ने बताया कि पुलिस इस मामले में अग्रतर छानबीन कर रही है। साथ ही इनके सरगना और इसमें संलिप्त अन्य लोगों की का पता लगाया जा रहा है।
क्या-क्या हुआ बरामद
पुलिस ने गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से साइबर फ्रॉड संबंधित कई दस्तावेज, मोबाइल व अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस ने इनके पास से 45 विभिन्न कंपनियों के मोबाइल फ़ोन, ₹100 की 50 नकली नोट, ₹200 के 15 नक्सली नोट, 13 सिम कार्ड, 3000 विनर लेटर, 300 विनर लेटर और विनर कार्ड भरा हुआ लिफाफा जिसपर विभिन्न लोगों का पता दर्ज है, 250 पोस्टल बार कोड, रबर स्टांप और पैड, 300 खाली लिफाफा सहित अन्य सामान को जब्त किया गया है। पुलिस ने साइबर अपराधियों के पास से 500 पेज का कस्टमर डाटा भी बरामद किया है।
Author: Shahid Alam
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