रांची डेस्क : झारखंड को नया मुख्यमंत्री मिल गया है। चंपई सोरेन ने शुक्रवार (2 फरवरी) को सीएम पद की शपथ ली। उनके साथ कांग्रेस नेता आलमगीर आलम और आरजेडी के सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली। इस बीच जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के नेताओं को विधायकों के टूट का डर सता रहा है। इसी वजह से तीनों दलों के ज्यादातर विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किया जा चुका है। रांची से विधायकों को लेकर चार्टर्ड प्लेन हैदराबाद के लिए रवाना हुआ। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को 5 फरवरी को बहुमत साबित करना है। हैदराबाद गए सभी विधायक 05 फरवरी को ही वापस लौटेंगे और एयरपोर्ट से सीधे विधानसभा पहुंककर फ्लोर टेस्ट में भाग लेंगे।
झारखंड विधानसभा का वर्तमान गणित
झारखंड में विधानसभा की 81 सीटें हैं। एक सीट खाली है और बहुमत के लिए 41 सीटों की जरूरत है। जेएमएम के 29 विधायक हैं। वहीं कांग्रेस के 17, आरजेडी के एक और सीपीआई (एमएल) के एक विधायक हैं। यानि कि सत्तापक्ष के विधायकों की कुल संख्या 48 है। वहीं विपक्षी में बीजेपी के 26, आजसू के 03, एनसीपी के एक और दो निर्दलीय विधायक हैं। विपक्ष के विधायकों की कुल संख्या 32 ही है।
सत्ता पक्ष ने विधायकों की गिनती का वीडियो जारी कर दिखाई थी एकजुटता
झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन ने गुरुवार को एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें 81 सदस्यीय राज्य विधानसभा के 43 विधायक गठबंधन की मजबूती दिखाने के लिए मौजूद नजर आए थे। सभी विधायकों ने खुद की गिनती कर एकजुटता का परिचय दिया था। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन की ओर से मुख्यमंत्री पद पर चंपई सोरेन की नियुक्ति में हुई देरी पर चिंताओं के बीच गठबंधन ने गुरुवार को ही अपने विधायकों को चार्टर्ड विमानों के जरिये झारखंड से हैदराबाद भेजना चाहा था। लेकिन खराब दृश्यता के कारण गुरुवार की रात में टेक ऑफ की इजाजत नहीं मिलने के कारण उन्हें एयरपोर्ट से वापस सर्किट हाउस लौटना पड़ा था।