गौरी शंकर सिंह, छत्तरपुर : प्रखण्ड के सरईडीह रोड स्थित सत्यनारायण सिंह भवन में प्रार्थना सभा हुआ। इस अवसर पर दो दिवसीय आध्यात्मिक अनुष्ठान हुआ। सदगुरुदेव की पूजा अर्चना के बाद सदग्रंथ स्वर्वेद का अखंड पाठ हुआ। इसके बाद एकल कुंडीय विश्व शांति वैदिक हवन यज्ञ संपन्न हुआ। स्वरवेद महामंदिर धाम वाराणसी से आए यज्ञ पुरोहित संजीव पाठक एवं प्रदीप कुमार शास्त्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन यज्ञ संपन्न कराया। मुख्य यजमान राजेश भारद्वाज एवं उनकी धर्मपत्नी पूनम देवी सहित सैंकड़ों भक्तों ने विश्व शांति की कामना को लेकर हवन कुंड में आहुतियां प्रदान किया। सद्ग्रंथ स्वर्वेद एवं पौधा वितरण किया गया। निशुल्क चिकित्सा शिविर में डॉ अभय कुमार ने लोगों का स्वास्थ्य जांच किया। मुख्य अतिथि राज्य के संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह ने सदगुरुदेव के तस्वीर पर माल्यार्पण कर विशेष सत्संग गोष्ठी का उद्घाटन किया। उन्होंने मानव जीवन के संपूर्ण विकास में विहंगम योग की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विहंगम योग सेवा, सत्संग एवं साधना की त्रिवेणी है। यह सभी तरह के योगों का सिरताज है। अध्यात्म जगत में सद्गुरु का पद सर्वोच्च है। सद्गुरु चेतन सत्ता है। विशिष्ट अतिथि संस्थान के प्रदेश महामंत्री ललित सिंह ने कहा कि विहंगम योग की साधना से ही आत्मा और परमात्मा का साक्षात्कार होता है। सद्ग्रंथ स्वर्वेद विहंगम योग का सिद्धांत है। स्वर्वेद मानव जीवन के लिए संजीवनी है। सुभाष कौशिक एवं अनिल विश्वकर्मा ने वैदिक भजन प्रस्तुत किया। मौके पर बिहार की उपदेष्टा कांति सिन्हा, बसंत पांडेय, विष्णुदेव मेहता, जनेश्वर सिंह सहित अन्य वक्ताओं ने सद्गुरु की महिमा, विहंगम योग के सिद्धांत एवं सदगुरु सेवा की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डाला। मौके पर उत्पाद विभाग के पदाधिकारी सुधीर कुमार, दीपक वर्मा एवं पुलिस अवर निरीक्षक अमीर तांती, उपदेष्टा जानकी बल्लभ सिंह, प्रेमशिला देवी, रामचंद्र पाल, प्रसिद्ध सिंह, विनोद तिवारी, जहांगीर खान, डॉ आलम, रामप्रवेश सिंह, काशी प्रसाद गुप्ता, चंदन मेहता, अमृतेश मिश्रा, रजनीश, कृष्णा जायसवाल, योगेश, सत्यम, शुभम, अभिषेक, हरिश्चंद्र यादव सहित कई लोग मौजूद थे।
Author: Shahid Alam
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