खूंटी डेस्क : गत् मंगलवार को जिले के मुरहु थाना क्षेत्र के कोकोरकोचा पहाड़ स्थित जंगल से जमीन गड़े हुए दो शवों को पुलिस ने बरामद किया था। सड़े-गले हालत में बरामद शवों की पहचान पांडा बोदरा तथा सेबेयन हपदगड़ा के रूप में हुई थी। शवों के बरामद होने के बाद खूंटी एसपी अमन कुमार ने एसडीपीओ अमित कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन का मामले का उद्भेदन करने और घटना में संलिप्त अपराधियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था। एसआईटी ने मामले का उद्भेदन करते हुए घटना में शामिल सभी चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
एसआईटी ने अनुसंधान के बाद किया मामले का उद्भेदन
एसपी द्वारा गठित एसआईटी ने अनुसंधान के बाद पूरे मामले का उद्भेदन कर दिया है। मामले के अनुसंधान के क्रम में एसआईटी ने शक के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में लिया था। उसने पूछताछ के बाद सारे मामले का खुलाशा हो गया। एसआईटी को पूछताछ में पता चला कि मृतक पांडा बोदरा अपने दोस्त सेबीयन हपदगड़ा के साथ अपने ससुराल कोवा गांव आया हुआ था। रात में पांडा बोदरा का पत्नी राधा देवी के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया तो पांडा बोदरा ने पत्नी के साथ मारपीट किया। इसके बाद राधा देवी के भाई सानिका मुंडा ने अपने जीजा को समझाने का प्रयास किया, लेकिन जीजा कुछ भी सुनने को तैयार नहीं था। कहासुनी के के दौरान धीरे-धीरे बात बढ़ गयी।
साला ने साथियों के साथ मिलकर जीजा की हत्या कर शव को दफना दिया
कहासुनी बढ़ने के बाद गुस्से में साला सानिका मुंडा अपने जीजा और उसके दोस्त को खींचकर जंगल की ओर ले गया और सबल तथा डंडे से पीटकर दोनों कि हत्या कर दी तथा शव को वहीं दफना दिया। इस काम में उसकी सहायता तीन अन्य लोग लेंगा पूर्ती, एसी थेमस और एसी सिंगराय ने भी किया। सबने मिलकर जीजा के पल्सर बाईक को भी गड्ढा में गाड़ दिया। पुलिस ने इनके निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त सबल, बांस, जमीन में गड़ा मोटरसाइकिल, मृतक का जूता और चप्पल बरामद किया। पुलिस मामला दर्ज कर चारों आरोपी को जेल भेज दिया। मृतक पंडा मुंडा के ऊपर अड़की थाना में पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं और जेल भी जा चुका था।

Author: Shahid Alam
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