नरेंद्र सिंह, विश्रामपुर : पिछड़ा वर्ग एकता एवं अधिकार मंच पलामू प्रमंडल द्वारा मंगलवार को महासम्मेलन अभियान रथ यात्रा द्वारा स्थानीय प्रखंड में लगातार नुक्कड़ सभा कर लालगढ़, पजरीकला, नवगढा, ब्रह्मोरिया, निमिया, नवडीहा, उलीपहाड़ी, शंखा, कुंडी, बीमोड़, रेहला के लोगों को 11 फरवरी को ओबीसी एकता एवं अधिकार के लिए महासम्मेलन में आने के लिए आमंत्रित किया गया। इस दौरान मंच के संयोजक ब्रह्मदेव प्रसाद ने कहा कि पिछड़ा वर्ग ओबीसी की आबादी 60 प्रतिशत से अधिक है। फिर भी सामाजिक व आर्थिक आधार पर ओबीसी को अपना अधिकार नहीं मिल पा रहा है। सड़क से सदन तक अपने हक व अधिकार के लिए सतत व जुझारू तरीके से लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के उत्पाद को समर्थन मूल्य बढ़ाया जाए। पिछड़ा वर्ग ओबीसी आयोग का पूर्ण गठन कर उसे सशक्त और सक्रिय करते हुए पिछड़ा वर्ग वित्त निगम की स्थापना कर बेरोजगार युवकों, छात्रों को ब्याज मुक्त स्वरोजगार व शिक्षा हेतु ऋण उपलब्ध कराया जाए। अभियान संयोजक युगल पाल ने सभा को संबोधित करते हुए कि ओबीसी तथा महिलाओं के लिए राजनीतिक हिस्सेदारी की मांग की। पिछड़ा वर्ग ओबीसी के लोगों पर जो अन्याय हुआ है, उसमें त्वरित न्याय दिलाने हेतु फास्ट ट्रैक कोर्ट का स्थापना करने की मांग उन्होंने की। अजय वर्मा ने कहा कि पिछड़ा वर्ग ओबीसी के छात्र-छात्राओं को सभी शैक्षिक संस्थानों में निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था कर उन्हें पढ़ने के लिए ओबीसी छात्रावास की व्यवस्था की जाए। राज नारायण पटेल ने कहा कि पिछड़ा वर्ग ओबीसी वर्ग के शिक्षित बेरोजगारों को मासिक दस हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। इस मौके पर संजय कुमार साहू, मुस्ताक शेख, अमरनाथ कुमार, गौतम शर्मा, ऋषि बैठा, कंचन साव, अभिमन्यु कुमार, वीरेंद्र चौधरी, मुन्नी महतो, मदन चौधरी, नितिन कुमार, सुदामा महतो, लव कुमार साहू, कामेश्वर राम, लक्ष्मी नारायण महतो, प्रदीप चौधरी व अन्य लोग उपस्थित थे।
Author: Shahid Alam
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