गौरी शंकर सिंह, छत्तरपुर : नगर पंचायत के खाटीन वार्ड-13 में श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर के वार्षिकोत्सव के अवसर पर नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा का गुरुवार को विशाल महाभंडारा के साथ समापन हुआ। संगीतमय श्रीराम कथा के अंतिम दिन मर्मज्ञ कथा वाचिका पूज्य पंडित गौरांगी गौरी जी ने श्रीराम कथा में बताया कि सुंदरकांड के प्रारम्भ में ही श्री हनुमान जी के दिव्य विराट स्वरूप का दर्शन होता है जो राम कार्य के लिए हनुमान जी ने धारण किया। श्री हनुमान जी का सम्पूर्ण जीवन राम कार्यों के लिए ही समर्पित है इसलिए कलयुग में भी श्री हनुमान जी की महिमा सर्वाधिक वंदनीय है। सुरसा सिंह का और लंकिनी रूपी विघ्नों को पार करते हुए हनुमान जी लंका में पहुंचे वहां विभीषण से मिलकर श्री जानकी जी का पता लेकर श्री हनुमान जी अशोक वाटिका में आये और माता सीता का दर्शन किया। यहां संकेत है कि यदि भाव सच्चा हो तो सुदूर विघ्नों के बीच जाकर भी जीव भक्ति देवी की कृपा प्राप्त कर सकता है। जानकी जी को भगवान का संदेश देकर एवं लंका को जलाकर हनुमान जी भगवान के पास वापस आये। तत्पश्चात भगवान सेना सहित लंका में पहुंचे जहां राम-रावण युद्ध प्रारम्भ हुआ जो धर्म-अधर्म, सत्य-असत्य का युद्ध है। भगवान को विजय श्री प्राप्त हुई क्योंकि यह सनातन सिद्धांत है कि विजय हमेशा सत्य की ही होती है। रावण वध के पश्चात भगवान लौटकर अयोध्या में आए। जहां भगवान का राजतिलक किया गया। राम राज्य दोषों, दुर्गुणों, दुःख दर्दों आदि को मिटाकर सुखी एवं समृद्ध जीवन की आशा से परिपूर्ण है। समस्त भक्तजनों ने राम राज्य तिलक में भाव से सम्मिलित होकर सुखी एवं समृद्ध होकर राष्ट्र की कामना करते हुए एक दूसरे को बधाई दी। श्री राम राजतिलक के साथ ही श्रीराम कथा ने विश्राम प्राप्त किया। पूरे कथा में श्रद्धालुओं ने भक्तिमय संगीत में जमकर आनंद लिया। कथा के दौरान मंच संचालन भाजपा नेता जितेंद्र कुमार ने किया। कथा समापन के बाद महाप्रसाद वितरण किया गया। प्रसाद के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर आयोजन समिति ने पुरुष व महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था की थी। अपराह्न 3 बजे से देर रात तक चले भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
श्रद्धालुओं के सहयोग से सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ आयोजन : अध्यक्ष
इस अवसर पर श्रीराम कथा आयोजन समिति के अध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि छत्तरपुर की रामभक्त जनता, महिलाएं, पुरुष व युवाओं के सहयोग और प्रभु श्रीराम की कृपा से यह समारोह सफलतापूर्वक सफल हुआ है। अनुष्ठान में लगे कार्यकर्ताओं समेत आयोजन समिति के पदाधिकारियों के प्रति धन्यवाद प्रकट करते हुए कहा कि लगन, निष्ठा व समर्पण भाव से किए गए कार्यों के परिणाम भी सुखद होते हैं। अध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि व्यास पूज्य पंडित गौरांगी गौरी जी ने मुखारविंद से नाम महिमा, कथा महिमा, शिव सती प्रसंग, शिव-पार्वती विवाह, राम जन्मोत्सव, बाल लीला, अहिल्या उद्धार, सीता राम विवाहोत्सव, राम वनवास, केवट प्रसंग, भरत मिलाप, सबरी प्रसंग से लेकर सुंदरकांड और श्री राम के राज्याभिषेक उत्सव तक की जो विद्वतापूर्वक प्रस्तुति की वह अद्वितीय और अद्भुत है। भगवान राम संसार के कण-कण में बसे हैं और जीवन के हर क्षण में राम हैं। उन्होंने जनता के सहयोग और आशीर्वाद के लिए सभी श्रद्धालुओं का आभार जताया। उन्होंने कहा कि श्रीराम कथा में आप सभी भक्तों की आपार समूह ने इस आयोजन को सफल बनाया। विशाल भंडारा में समरसता की झलक देखने को मिली। मौके पर आयोजन समिति के नीरज मिश्रा, प्रेमशंकर शर्मा, दामोदर प्रसाद, राकेश गुप्ता, पंकज बरई, अरुण गुप्ता, अरविंद साव, अनिल पासवान, अजय गुप्ता, चंदन कुमार, उमेश साव, टिंकू ठाकुर, महेश कुमार, कुश कुमार, आर्यन राज, धर्मेंद्र कुमार पप्पू, अरुण कुमार छोटू, कुबेर प्रसाद, गांधी कुमार, राजू कुमार समेत अन्य उपस्थित रहे।
Author: Shahid Alam
Editor