पलामू डेस्क : मुख्यमंत्री बनने के बाद चंपाई सोरेन पहली बार शनिवार को पलामू पहुंचे। उन्होंने जिला मुख्यालय मेदिनीनगर स्थित शिवाजी मैदान में आयोजित शिलान्यास समारोह को संबोधित किया। मौके उन्होंने पलामूवासियों को पलामू पाइपलाइन सिंचाई योजना का शिलान्यास किया। पलामू आगमन पर जिले के आला अधिकारियों ने चियांकी हवाई अड्डा पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मौके पर उन्होंने एक तरफ जहां पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाया, वहीं दूसरी ओर उन्होंने केंद्र सरकार और विपक्ष पर भी जमकर हमला बोला। कार्यक्रम में मंत्री सत्यानंद भोगता, पूर्व मंत्री सह गढ़वा विधायक मिथलेश ठाकुर, मनिका विधायक रामचन्द्र सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, जल संसाधन विभाग के सचिव प्रशांत कुमार, जोनल आईजी राजकुमार लकड़ा, आयुक्त दशरथ चंद्र दास, उपायुक्त शशि रंजन, एसपी रिष्मा रमेशन सहित हजारों लोग उपस्थित थे।
विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने चार साल राज्य के विकास के लिए कार्य किया : मुख्यमंत्री
शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि वर्ष-2019 में झारखंड की जनता द्वारा जनादेश मिलने के बाद युवा हृदय सम्राट हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार का गठन हुआ था। लेकिन कोरोना महामारी जैसी विपरीत परिस्थितियां सरकार के काम में बाधा बनने लगी। पूर्व की तथाकथित डबल इंजन की सरकारों ने राज्य में सिर्फ प्रोपेगंडा फैलाने का काम किया था। स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण सुविधाओं की स्थिति बेहद दयनीय थी। ऐसे में कोरोना महामारी के दौरान अस्पतालों में वेंटीलेटर व अन्य जरूरी स्वास्थ्य सुविधाओं की घोर कमी थी। इसके बावजूद हेमन्त सोरेन की सरकार ने राज्य के लोगों को विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कोरोना काल में भी बेहतर से बेहतर सुविधाएं दी और लोगो को कोरोना जैसी महामारी से बाहर निकालने का काम किया। उन्होंने कहा कि राज्य में खनिज संपदा का भंडार है। लेकिन इसका दोहन केंद्र सरकार के इशारे पर राज्य से बाहर के लोग मनमाने तरीके से कर रहे हैं। राज्य की आदिवासी-मूलवासी जनता गरीब की गरीबी बनी हुई है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य के हक की इसी लड़ाई को लड़ने का काम काम कर रहे थे। ऐसे में उन्हें बिना किसी आरोप के साजिश करके जेल भेजा गया है। हम राज्य के विकास को उनके सपनों को पूरा जरूर पूरा करेंगे।
पलामू पाइपलाइन सिंचाई योजना पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की महत्वाकांक्षी सोच का नतीजा : मुख्यमंत्री
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि पलामू प्रमण्डल प्रत्येक वर्ष सुखाड़ की समस्या से दो-चार होता रहा है, जिससे पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भली-भांति थी वाकिफ थे। उन्होंने ही यहां के लोगों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए पलामू पाइपलाइन सिंचाई योजना के बारे में सोचा था। आज हम उनकी सोच को मूर्त रूप देने आए हैं। इस योजना के तहत कोयल, औरंगा, सोन जैसी नदियों से पानी लाकर प्रमंडल के विभिन्न जलाशयों में एकत्रित कर किसानों को लाभ पहुंचाया जाएगा। दो वर्षों में यह योजना पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगी, जिसके बाद यहां के किसानों को सुखाड़ जैसी समस्याओं से दो-चार नहीं होना पड़ेगा।
पूर्व सीएम हेमंत सोरेन का कार्यकाल राज्य के विकास के लिए स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा : मंत्री सत्यानंद भोगता
समारोह को संबोधित करते हुए राज्य के मंत्री सत्यानंद भोगता ने कहा कि राज्य की जनता ने चुनकर राज्य में आदिवासी-मूलवासी की सरकार बनाने का काम किया। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार के गठन के बाद कई चुनौतियां सरकर के समक्ष आई। लेकिन हेमंत सोरेन के कुशल नेतृत्व में चार सालों में सरकार ने राज्य का अभूतपूर्व विकास किया। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कार्यकाल राज्य के विकास के लिए स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने अपने कार्यकाल में राज्य के हर वर्ग को विकास का भागीदार बनाया। कई जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू करने का काम किया। साथ ही उन्होंने कहा कि पलामू सुखाड़ प्रभावित क्षेत्र है। राज्य में कई सालों तक भाजपा के लोग सत्ता में रहे रहे। लेकिन पलामू का याद उनको चुनाव के वक्त आता है। चुनाव के वक्त यहां के मण्डल डैम का शिलान्यास तो हुआ, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ। ऐसे में यहां मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन द्वारा पलामू पाइप लाइन सिंचाई योजना का शिलान्यास ऐतिहासिक कदम है।
तानाशाही रवैये के तहत पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को भेजा गया जेल : पूर्व मंत्री मिथलेश ठाकुर
शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री सह गढ़वा विधायक मिथलेश ठाकुर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को तानाशाही रवैये के तहत बिना किसी आरोप के जेल भेज दिया गया है। साथ ही उन्हें प्रताड़ित भी किया जा रहा है। वर्ष 2019 में राज्य की जनता ने बहुमत देकर राज्य में आदिवासी-मूलवासी की सरकार बनाने का काम किया। लेकिन सरकार बनने के साथ ही जनता की हितैषी सरकार को परेशान करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष चाहे कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन राज्य के आदिवासी-मूलवासी किसी से डरनेवाले नहीं हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन किसी साजिश से डरने वाले नहीं हैं। वे राज्य को विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाने का कार्य बिना डरे करते रहेंगे। मौके पर उन्होंने कहा कि पलामू सुखाड़ क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यहां के किसानों की सिंचाई की समस्या के निदान के लिए पाइप लाइन योजना शुरू करने का वादा किया था। आज वो ऐतिहासिक दिन है, जब मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री के वादे को पूरा करने के लिए यहां मौजूद हैं और पलामू पाइप लाइन सिंचाई योजना का शिलान्यास किया जा रहा है।
पलामू प्रमंडल पर विशेष ध्यान देने की जरूरत : मनिका विधायक रामचन्द्र सिंह
मौके पर समारोह को संबोधित करते हुए मनिका विधायक रामचन्द्र सिंह ने कहा कि आज पलामू प्रमंडल के लिए बड़ी खुशी का दिन है। उन्होंने कहा कि पलामू प्रमंडल सूखा क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। ऐसे में राज्य के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नक्शे कदम पर चलते हुए उनक वादे को पूरा करने का काम कर रहे हैं। पलामू पाइप लाइन योजना का शिलान्यास इसी का एक उदाहरण है। साथ ही उन्होंने कहा कि पलामू प्रमंडल विशेष परिस्थिति वाला प्रमंडल है। यहां के लोग कई तरह की समस्याओं से लड़ते हैं। ऐसे में पलामू प्रमंडल पर सरकार को विशेष नजर रखने की जरूरत है।
456.626 करोड़ के पलामू सिंचाई पाइपलाइन योजना से 96 गांव होंगे लाभान्वित
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने शनिवार को पलामू पाइप लाइन सिंचाई योजना का शिलान्यास किया। इस योजना की लागत 456.6261 करोड़ रुपए है। पलामू जिला में भूमिगत पाइपलाइन के माध्यम से विभिन्न जलाशयों तथा जल निकायों में आवश्यकतानुसार पेयजल एवं सिंचाई जल उपलब्ध कराने के निमित्त पलामू पाइपलाइन सिचाई योजना की रूपरेखा तैयार की गई है। इस योजना के अंतर्गत पैकेज वन के तहत उत्तरी कोयल से रानीताल डैम, टेमराईन डैम, बुटनडूबा डैम और पाइपलाइन के मार्ग में पड़ने वाले अन्य छोटे बड़े जलाशय में पानी भेजा जाएगा। वहीं औरंगा नदी से मलय डैम, पोस्तिया नाला डैम, पनघटवा डैम, कचहडवाटांड डैम, कुण्डलवा डैम, वाहेरवधवा नाला डैम में पानी भरा जाएगा। पैकेज टू के तहत सोन नदी से बतरे डैम, धनकई डैम, ताली डैम, सूखनदिया डैम, करमाकलन डैम और पाइपलाइन के मार्ग पड़ने वाले अन्य छोटे- बड़े जलाशय में पानी भेजा जाएगा। पलामू पाइपलाइन सिंचाई योजना से चैनपुर, मेदिनीनगर, सतबरवा, विश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, हैदरनगर, मोहम्मदगंज प्रखंड के कुल 96 गांव लाभान्वित होंगे।
Author: Shahid Alam
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