लातेहार डेस्क : प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के विरुद्ध लातेहार पुलिस को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है। दस लाख रुपये के इनामी नक्सली भाकपा माओवादी के ज़ोनल कमांडर लालदीप गंझू उर्फ कल्टू उर्फ कार्तिक गंझू उर्फ मोजिन्दर ने शनिवार को लातेहार एसपी कार्यालय में एसपी अंजनी अंजन के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वाले भाकपा माओवादी के ज़ोनल कमांडर लालदीप गंझू के विरुद्ध लातेहार जिले के गारु व बालूमाथ थाना के अलावे बिहार के औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना के में भी आठ मामले दर्ज हैं।
दो दशक से भाकपा माओवादी में सक्रिय था लालदीप गंझू
इस संबंध में लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि लालदीप गंझू वर्ष-2004 में नक्सली संगठन भाकपा माओवादी से जुड़ा था। वह पिछले 20 वर्षों से भाकपा माओवादी में सक्रिय था। उन्होंने बताया कि सरकार की नई आत्मसमर्पण नीति नई दिशा से प्रभावित होकर लालदीप गंझू ने सरेंडर किया है। वह लातेहार जिले में भाकपा माओवादी द्वारा अंजाम दिए गए सभी बड़ी घटनाओं में सक्रिय रूप से शामिल रहा था।
पुलिस के एंटी नक्सल ऑपरेशन से कमजोर हुए हैं माओवादी
एसपी अंजनी अंजन ने बताया की बूढ़ा पहाड़ व अन्य जंगलों में पुलिस लगातार ऑपरेशन ऑक्टोपस, डबल बुल जैसे नक्सल विरोधी अभियान चलाती रही है। ऐसे में इन क्षेत्रों में भाकपा माओवादी संगठन कमजोर हुआ है। पुलिस के दबाव में या तो संगठन के शीर्ष नक्सली गिरफ़्तार कर लिए गए हैं या फिर उन्हें आत्मसमर्पण के लिए मजबूर होना पड़ा है। उन्होंने संगठन के अन्य नक्सलियों से भी राज्य सरकार की नई आत्मसमर्पण नीति का फायदा लेने और पुलिस के समक्ष सरेंडर कर मुख्यधारा से जुड़ने की अपील की है।
Author: Shahid Alam
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