नरेंद्र सिंह, विश्रामपुर : पलामू जिले के विश्रामपुर प्रखंड अंतर्गत सिगसिगी पंचायत के बरवाबांध स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक और शिक्षक नेता देवनारायण पांडेय उर्फ मोहन पांडेय के मंगलवार रात हुए आकस्मिक निधन के बाद समस्त विश्रामपुर आंचलिक क्षेत्र के शिक्षा जगत से जुड़े लोगों में शोक व्याप्त है। परिजनों के मुताबिक उनकी अचानक रेहला स्थित आवास पर तबीयत बिगड़ने के बाद स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। यहां से उनकी चिंताजनक हालत को देखते हुए तत्काल गढ़वा सदर अस्पताल ले जाया गया। परंतु उन्हें बचाया नहीं जा सका। बाद में उनका पोस्टमार्टम कराने के बाद बुधवार को सैंकड़ों शिक्षक परिवार और इष्ट मित्र, बंधु-बांधव की उपस्थिति में रेहला कोयल नदी तट पर अंतिम संस्कार किया गया। उनकी मौत की आकस्मिक खबर मिलते ही सैंकड़ों इलाकाई शिक्षक परिवार, राजनीतिक दलों के लोगों और पंचायत प्रतिनिधियों ने दिवंगत शिक्षक की पत्नी मधु देवी और उनकी दोनों बेटियों से मिलकर संवेदना व्यक्त करते हुए ढाढस बंधाया। झारखंड सहायक अध्यापक संघ के प्रदेश नेता और दिवंगत के अजीज साथी प्रदुम्न कुमार सिंह और दीपक तिवारी ने अचानक पहाड़ जैसी आई विपदा में डूबी पत्नी और बेसुध हो गई इंटर पास 17 वर्षीया बड़ी बिटिया तथा सातवीं में पढ़ रही छोटी बेटी को किसी तरह संभाला। पिता सूर्यमणि पांडेय के इकलौते संतान मोहन पांडेय के निधन से उनके आगे-पीछे कोई और नहीं रहने से मुखाग्नि उनके पैतृक गांव ग्वावल के मसूरिया स्थित चचेरा अग्रज बबलू पांडेय ने दिया। शव यात्रा में पांडू प्रमुख नीतू सिंह, कांग्रेस नेता संतोष कुमार चौबे, पूर्व प्रमुख संतोष चौबे, बीपीओ मणि कुमार, ट्विंकल चौबे, शिक्षक संगठन के विश्रामपुर अध्यक्ष बिनोद पासवान, उटारी रोड अध्यक्ष नीरज सिंह, पांडू अध्यक्ष अनिल विश्वकर्मा, इकबाल खान, विजय पांडेय, पंसस प्रतिनिधि नवीन चौबे, मनीष पाठक, आलोक शुक्ल, रामनिवास तिवारी, मनोज सिंह, नरेंद्र गुप्ता मुखिया सहित शिक्षक संगठन के दर्जनों लोग शामिल हुए। संध्याकाल में आपात बैठक में शिक्षक नेता सिंटू सिंह के नेतृत्व में शोकसभा आयोजित कर दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया गया। इसमें सभी ने दिवंगत के परिजन को हर प्रकार से सहयोग के लिए सामूहिक संकल्प लिया।
Author: Shahid Alam
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