रांची डेस्क : झारखंड सरकार राज्य के लोगों को एक और योजना तोहफा के रूप में देने जा रही है। इस योजना का नाम है “मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना”। इस योजना को शुरू करने और इसके सफल क्रियान्वयन को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को मंत्रालय सभागार में परिवहन विभाग के मंत्री व पदाधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक किया।
ग्रामीण क्षेत्रों और सुदूरवर्ती जनजातीय क्षेत्रों में सुलभ आवगन है उद्देश्य
बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि “मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना” का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों और सुदूरवर्ती जनजातीय क्षेत्रों में सुलभ सड़क परिवहन उपलब्ध करना है। ग्रामीण योजना का उद्देश्य ग्रामीण इलाकों को अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, साप्ताहिक हाट, स्थानीय मार्केट, रेलवे स्टेशन, प्रखण्ड, अनुमंडल व जिला मुख्यालय आदि से सड़क परिवहन के सुलभ माध्यम से जोड़ना है। इसलिए योजना के तहत चलनेवाले वाहनों के रूट को इन चीजों को ध्यान में रखकर ही बनाया जाए। ग्रामीण कनेक्टिविटी पर सरकार का विशेष फोकस है। जल्द से जल्द योजना को शुरू करने की तैयारी की जाए। बैठक में परिवहन मंत्री चंपई सोरेन, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वंदना डाडेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, परिवहन सचिव कृपानन्द झा, परिवहन विभाग के संयुक्त आयुक्त प्रदीप कुमार उपस्थित थे।
ऐप से मिलेगी ग्रामीणों को बस की सारी जानकारी
“मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना” के तहत ग्रामीण इलाकों में चलने वाले बसों की जानकारी ग्रामीणों को एक ऐप के माध्यम से उनके मोबाइल में मिलेगी। बस के खुलने का टाइम, बस के स्टोपेज, बस कहां पहुंची है, बस अपने गंतव्य पर कब पहुंचेगी, इन सारी बातों की जानकारी ग्रामीण अपने मोबाइल में ऐप के माध्यम से जन सकेंगे। मुख्यमंत्री ने यथाशीघ्र ऐसा ऐप तैयार करवाने के निर्देश संबन्धित पदाधिकारियों को बैठक में दिया है। इसका फायदा ग्रामीणों को मिलेगा। ग्रामीणों को बसों का ज्यादा इंतेजर नहीं करना पड़ेगा।
Author: Shahid Alam
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