बोकारो डेस्क : जिले में होमगार्ड बहाली में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की मेगा सूची जारी होने के बाद असफल अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे होमगार्ड के अभ्यर्थी सोमवार को उग्र हो गए तथा एसपी कार्यालय के समक्ष एक अभ्यर्थी ने आत्मदाह की कोशिश की। हालांकि उसे मौके पर मौजूद पुलिस वालों को व अन्य अभ्यर्थियों ने बचा लिया। पुलिस उसे हिरासत में लेकर अपने साथ ले गई है।
क्या है मामला
अगस्त-2023 में होमगार्ड की बहाली निकाली गई थी। 01 जनवरी 2024 को इसमें सफल अभ्यर्थियों की मेगा सूची जारी कर दी गई थी। इस लिस्ट जारी होते ही लिस्ट के जारी करने में अनियमितता का आरोप लगाते हुए असफल अभ्यर्थियों ने आंदोलन शुरू किया। अभ्यर्थी लगातार कई दिनों से डीसी व एसपी कार्यालय के समक्ष धरना दे रहे हैं। उनके धरना को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस की तैनाती भी की गई थी। इसके बावजूद सोमवार को अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर संबंधित कार्यालय मेन गेट के पास पहुंच गए, लेकिन वहां मौजूद पुलिस के जवानों ने रोक लिया। इसी दौरान एक अभ्यर्थी ने आत्मदाह की कोशिश की, जिसे वहां मौजूद पुलिसकर्मियों व अन्य अभ्यर्थियों ने रोक लिया। इसके बाद पुलिस उसे हिरासत में लेकर अपने साथ ले गई है। घटना के बाद होमगार्ड अभ्यर्थियों ने एसपी व डीसी के खिलाफ़ जमकर नारेबाजी की और मेगा सूची को रद्द करने की मांग की है। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि अगस्त में बहाली निकाली गयी थी, जिसके बाद मेगा सूची जारी की गई है। कई ऐसे अभ्यर्थी हैं, जिनका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा, फिर भी सूची में उनका नाम नहीं है। वहीं अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि कई अभ्यर्थी ऐसे भी हैं जो परीक्षा में फेल हो गए थे, फिर भी उनका नाम मेगा लिस्ट में जारी किया गया है। अभ्यर्थी सीधे तौर पर सूची जारी करने में पैसे के लेन-देन का आरोप लगा रहे हैं और इसे रद्द कर निष्पक्ष जांच करवाने की मांग कर रहे हैं।
क्या कहते हैं सिटी डीएसपी
मौके मौजूद सिटी डीएसपी कुलदीप कुमार ने बताया कि बहाली की प्रक्रिया के बाद सफल अभ्यर्थियों की सूची जारी की गई थी। अगर अभ्यर्थियों को किसी प्रकार का विरोध है तो अपना लिखित आवेदन डीसी या एसपी को दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि अभी किसी तरह आंदोलन स्थल से अभ्यर्थियों को हटा दिया गया है।
Author: Shahid Alam
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