गौरी शंकर सिंह, छत्तरपुर : सरकार शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। सरकार का प्रयास है कि बच्चों को गुणवतापूर्ण शिक्षा मिले। इसको लेकर स्कूलों में मध्यान्ह भोजन, स्कूल ड्रेस, साइकिल वितरण जैसी योजनाओं का भी संचालन किया जा रहा है, ताकि बच्चें अच्छी शिक्षा प्राप्त कर आगे बढ़ सकें। लेकिन यह तभी संभव हो सकेगा जब स्कूल निर्धारित समय तक चलेगा और शिक्षक बच्चों को पढ़ाएंगे।
लगातार गायब रहते हैं धनुडीह टोला स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के हेडमास्टर
प्रखंड अंतर्गत तेनुडीह गांव के धनुडीह टोला स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के हेडमास्टर विजय विश्वकर्मा कोई न कोई बहाना बना कर स्कूल से गायब हो जाते हैं। ग्रामीणों व बच्चों ने बताया कि प्रत्येक मंगलवार को प्रधानाध्यापक तो निश्चित रूप से स्कूल में नहीं रहते हैं। बीते मंगलवार को भी उन्होंने 11 बजे दिन में स्कूली बच्चों को छुट्टी दे दी और स्कूल बंद कर लोहे की दुकान लगाने बाजार चले गए। छुट्टी के बाद घर लौट रहे वर्ग-6 की छात्रा प्रीति और लक्ष्मी ने बताया कि स्कूल में प्रार्थना कराने के बाद बिना हाजिरी लिए हेडमास्टर विजय विश्वकर्मा ने सभी बच्चों को छुट्टी कर दी। प्रधानाध्यापक ने बच्चों से कह दिया कि परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र लाने जाना है। बच्चों ने बताया कि कोई न कोई बहाना बनाकर हेडमास्टर हमेशा स्कूल में छुट्टी कर गायब हो जाते हैं। प्रत्येक मंगलवार को तो बाजार में अपनी दुकान लगाते हैं। वर्ग-6 का छात्र अभिमन्यु कुमार ने बताया कि स्कूल में मध्यान्ह भोजन सही नहीं मिलता है। सिर्फ भात-दाल व चोखा मिलता है। हरी सब्जी कभी-कभार और अंडा माह में एक दो बार मिलता है। बीपीएम शशिकांत कुमार ने कहा कि उक्त हेडमास्टर की शिकायत मिली है। विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
Author: Shahid Alam
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