नरेंद्र सिंह, विश्रामपुर : वासंतिक नवरात्रि के मौके पर गढ़वा रोड स्टेशन परिसर स्थित सिद्धपीठ श्री योगीबीर देवस्थल पर श्री राम चरित मानस नवाह्न परायण महायज्ञ जारी है। 17 अप्रैल को नवरात्रि समापन दिवस पर पूर्णाहुति के उपरांत खीर भोजन का महाभंडारा होगा। वहीं रामनवमी का उल्लास समस्त जनमानस पर छाने लगा है। इस धार्मिक अनुष्ठान के उपलक्ष्य में देवस्थल परिसर में जारी रात्रिकालीन प्रवचन के तृतीय दिवस पर अयोध्या से पधारे श्रीमदभागवत पुराण के प्रकांड विद्वान कथावाचक स्वामी कृष्णानंद शास्त्री ने कहा कि वासंतिक नवरात्र में भगवान राम के जन्मोत्सव मनाए जाने के साथ शक्ति की भी पूजा आराधना की जाती है। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम के इस धरा पर मानव रूप की जीवन गाथा से सीख लेने से मानव जीवन धन्य हो जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि माता भगवती के विभिन्न नौ स्वरूपों की नवरात्र की नौ दिनों में वंदना आराधना हमारे जीवन के लिए प्रेरणादायक है। मौके पर उन्होंने कहा कि भगवती की भक्ति में असीम शक्ति निहित है। देवी के विभिन्न स्वरूपों की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना से मानव जीवन सफल हो जाता है।
Author: Shahid Alam
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