मधेपुरा डेस्क : बिहार के मधेपुरा से हृदय विदारक घटना निकालकर सामने आयी है। एक मां अपने बच्चे को नौ महीने गर्भ में पालने के बाद जन्म देती है और उसे पाल-पोष कर बड़ा करती है। लेकिन जब मां के सामने ही वह बच्चा खुद ही अपने जीवन की डोर को आत्महत्या के जरिए समाप्त कर लेता है तो उस मां पर क्या बितती होगी, इसका हम और आप सिर्फ अंदाजा लगा सकते हैं। कभी यह गम मां बर्दाश्त कर लेती है तो कभी मां से इस वियोग को बर्दाश्त नहीं किया जाता। ऐसा ही एक मामला मधेपुरा के सिंहेश्वर थाना क्षेत्र के सुखासन पंचायत स्थित शिवदयालपुर गांव से निकल कर सामने आई है। बेटे की आत्महत्या से आहत मां जब बेटे का वियोग बर्दाश्त नहीं कर सकी तो खुद भी उसकी जलती चिता में कूद गई। हालांकि ग्रामीणों ने आनन-फानन में उसे चिता से निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
जानें क्या है पूरा मामला
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शिवदयालपुर गांव के सिकेन्द्र यादव का 16 वर्षीय पुत्र करण कुमार ने सोमवार की रात में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। घटना के बाद घर में कोहराम मच गया था। मंगलवार की शाम में विधिक प्रक्रिया के बाद उसका दाह-संस्कार किया जा रहा था। मां को यह सदमा बर्दाश्त नहीं हो रहा था। देर शाम दाह-संस्कार के बाद सभी परिजन घर में सोने चले गए। इसी दौरान रात में उसकी मां रंजना देवी (45 वर्ष) एकाएक घर से उठकर निकाल गई और कहीं जाने लगी, जब परिजनों ने पूछा तो उसका कोई जवाब नहीं दिया। बदहवास जाती मां को देखकर कुछ परिजन व ग्रामीण उनके पीछे-पीछे चल पड़े। बदहवास हालत में मां अपने बेटे की जलती चिता के पास पहुंची और जब तक लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले वह चिता में कूद गई। आनन-फानन में ग्रामीण और परिजनों ने किसी तरह की महिला को चिता से बाहर निकाला और उसे तत्काल अस्पताल ले गए। अस्पताल में डॉक्टर ने बताया कि महिला आग से लगभग 70% जल गई है। उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। इधर पुलिस भी मामले की छानबीन में जुट गई है।

Author: Shahid Alam
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