आज़ाद दर्पण डेस्क : रांची जिले के लापुंग थाना क्षेत्र दोलाइचा गांव में जल जीवन मिशन का काम कर रहे हैं कंपनी के कार्यालय पर पीएलएफआई के उग्रवादियों ने हमला कर दिया। इस दौरान उग्रवादियों ने कार्यालय में मौजूद मज़दूरों की पिटाई की तथा कार्यालय में तोड़फोड़ व आगजनी भी किया। पूरी घटना शनिवार रात 9:00 बजे की है।
घटना के संबंध में साइट इंचार्ज संटी पटेल ने बताया कि शनिवार की रात में करीब 9:00 बजे 20-25 की संख्या में उग्रवादी कैम्प कार्यालय में घुस गए और वहां मौजूद 15 मजदूरों की पिटाई कर दी। उग्रवादियों ने कार्यालय में तोड़-फोड़ भी किया तथा एक कमरे में आग भी लगा दिया। साइट इंचार्ज ने बताया कि अंकित सिंह नाम के व्यक्ति द्वारा पीएलएफआई के नाम पर कभी ₹5,00,000 तो कभी उससे भी ज्यादा लेवी की मांग की जा रही थी। लेवी नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी गई थी। इसकी जानकारी कंपनी प्रबंधन को दी गई थी। कंपनी प्रबंधन द्वारा लेवी नहीं दिये जाने के कारण इस घटना को अंजाम दिया गया है। साइट इंचार्ज ने बताया कि पीएलएफआई ने गांव के लोगों को नौकरी देने का फरमान सुनाया था। इसके बाद गांव के ही दो लोगों को नौकरी भी दी गई थी।
देर रात कंपनी के कार्यालय पर हुए हमले के कारण काम करनेवाले मजदूर व अन्य कर्मचारी दहशत में हैं। इधर जिले के ग्रामीण एसपी मनीष टोप्पो ने कहा कि घटना की सूचना मिली है। पुलिस कारवाई कर रही है। मामले का सत्यापन कराया जा रहा है।
शहर के लापुंग थाना क्षेत्र स्थित जल जीवन मिशन के दफ्तर पर शनिवार देर रात गांव के कुछ लोगों ने हमला कर दिया गया। कार्यालय में मौजूद कई लोगों को बुरी तरह से पीटा और एक कमरे को आग के हवाले भी कर दिया। पुलिस ने इस मामले में गांव के ही एक अपराधी किस्म के युवक का हाथ बताया है, जो पीएलएफआई के नाम पर लेवी वसूलने के काम में लगा हुआ है। यह मामला लापुंग के दोलाइचा गांव का है। रांची के लापुंग थाना क्षेत्र के दोलाइचा गांव में जल जीवन मिशन का कार्यालय है। पूर्व में अंकित सिंह नाम के व्यक्ति के द्वारा अपने आपको पीएलएफआई कमांडर बताकर 5 लाख रुपए की रंगदारी की डिमांड की गई थी। इसको लेकर कंपनी के साइट इंचार्ज शंटी पटेल की ओर से प्रबंधन को इसकी जानकारी भी दी गई थी। कंपनी की तरफ से जब लेवी देने से इनकार कर दिया गया, उसके बाद ही इस हमले को अंजाम दिया गया है। कंपनी के लोगों ने यह भी बताया कि पीएलएफआई के नाम पर कुछ लोगों को कंपनी में नौकरी देने की भी धमकी दी गई थी। जिसके बाद कंपनी ने दो लोगों को नौकरी पर भी रखा था। जल जीवन मिशन के साइट इंचार्ज शंटी पटेल ने बताया कि शनिवार देर रात अचानक एक दर्जन के करीब नकाबपोश कार्यालय में आ धमके और जो सामने मिला उसके साथ मारपीट की। इस दौरान मारपीट करने वाले लोगों ने खुद को पीएलएफआई का नक्सली बताया और कहा कि जब तक लेवी के पैसे नहीं मिलेंगे यहां काम नहीं करने दिया जाएगा। नक्सलियों ने वहां से जाते-जाते एक कमरे को आग के हवाले भी कर दिया। देर रात हुए इस अचानक हमले की वजह से जल जीवन मिशन में काम करने वाले मजदूर और कर्मचारी दहशत में हैं। इस मामले को लेकर रांची पुलिस तफ्तीश में जुटी हुई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अंकित नामक व्यक्ति की संलिप्तता पूरे मामले में सामने आई है।

Author: Shahid Alam
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