नरेंद्र सिंह, विश्रामपुर : पांडू प्रखंड के ग्राम पंचायत डालाकला के वृद्धखैरा ग्राम में अवस्थित तथा जगतगुरु रामानुजाचार्य त्रिदंडी स्वामी महाराज द्वारा सूबे के प्रथम मठ श्री वेणु गोपाल मठ परिसर में प्राचीनकाल से जारी परंपरा के परिपेक्ष्य में मकर सक्रांति पर्व पर पांच दिवसीय मेला शुरू हुआ। इस मेला का उदघाटन श्री वेणुगोपाल मंदिर के महंत स्वामी श्री विष्णुचित महाराज, पांडू प्रमुख प्रतिनिधि और प्रदेश शिक्षक नेता प्रदुम्न कुमार सिंह उर्फ सिंटू सिंह के साथ श्यामराज यादव, अनुज कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काट कर किया। मेला में सर्कस का भी उदघाटन हुआ। सर्कस के प्रोपराइटर ज्वाला विश्वकर्मा ने कहा की ब्रेक डांस, टावर झूला, जादूगर सहित अन्य मनोरंजन की व्यवस्था आनेवाले दर्शकों के लिए किया गया है। मंदिर के महंत श्री बिष्णुचित स्वामी जी ने बताया कि 14 जनवरी 1956 से मकर सक्रांति मेला का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले में बिहार, झारखंड, उतरप्रदेश एवम छत्तीसगढ़ के श्रद्धालु लोग आते है। श्री वेणु गोपाल मंदिर का आधार शिला 1946 में वैष्णव सम्प्रदाय के संत त्रिदंडी स्वामी जी महाराज के तत्वाधान में किया गया था। 11 मार्च 1954 को मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ था। तपश्चात राधाकृष्ण की प्रतिमा स्थापित किया गया। मंदिर के महंत श्री विष्णु चित स्वामी जी ने बताया कि इस मंदिर में साल में चार बार उत्सव का शुभ आयोजन किया जाता हैं। इसमें मकर संक्रांति में पांच दिन मेला का आयोजन होता है।इसके अलावा चैत मास में रामनवमी के उत्सव ,कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव, दीपावली में अन्नकूट उत्सव का आयोजन किया जाता है,इसमें भगवान को 56 प्रकार का भोग तैयार कर लगाया जाता है।
Author: Shahid Alam
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