आज़ाद दर्पण डेस्क : नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल (एनजीटी) ने बालू पर लगी रोक को हटा लिया है। पलामू जिले में कैटेगरी-वन के तहत 73 बालू घाटों से बालू के उठाव को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि लोग 16 अक्टूबर यानि कल से घाटों से बालू का उठाव कर सकेंगे।हालांकि बालू उठाव में उन्हें कई शर्तों का पालन करना होगा। बालू के उठाव शुरू होने से क्षेत्र में व्याप्त बालू की कमी की समस्या से अब लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। निर्माण कार्य सुचारु रूप से जारी रखा जा सकेगा।
क्या होंगी बालू उठाव की शर्तें
हालांकि बालू के उठाव में लोगों को खनन विभाग द्वारा जारी कई शर्तों को भी मानना पड़ेगा। बालू का उठाव सिर्फ ट्रैक्टर से होगा। इसमें किसी प्रकार के मशीन का प्रयोग नहीं किया जा सकेगा। बालू का भंडारण किसी अन्य स्थान पर किसी भी परिस्थिति में नहीं किया जा सकेगा। घाट से बालू का उठाव कर उसका उपयोग सिर्फ गैर-व्यवसायिक, निजी सामुदायिक उद्देश्य और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में ही उपयोग किया जा सकेगा।
रॉयल्टी टैक्स से मुक्त होगा बालू
जिला खनन पदाधिकारी ने बताया कि बालू घाटों से उठाया गया बालू को रॉयल्टी टैक्स से मुक्त किया जा रहा है। ग्राम पंचायत द्वारा बालू घाटों का संचालन किया जाएगा। ग्राम पंचायतों द्वारा घाटों तक पहुंच पथ बनाने, प्रबंधन और निगरानी के लिए सरकार द्वारा निर्धारित राशि ₹100 प्रति 100 सीएफटी ही लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बालू का उठाव किसी भी कीमत पर नदी में बने पुल पुलिया से 500 से 2500 मीटर की परिधि में नहीं किया जाएगा।
पंचायत स्तरीय समिति करेगी संचालन
जिला खनन पदाधिकारी ने बताया कि बालू उठाव के लिए पंचायत स्तर पर आठ सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति में पंचायत के मुखिया, उप मुखिया, पंचायत सचिव व अन्य पांच सदस्य होंगे। क्षेत्र के अंचलाधिकारी, पंचायती राज़ पदाधिकारी और अंचल निरीक्षक घाटों से बालू उठाव के कार्य की निगरानी करेंगे।
किन घाटों से होगा बालू का उठाव
मेदिनीनगर – बैयमटिया घाट, भुसरिया, कोयल, मेदिनीनगर, डुबलगंज घाट, औरंगा, बिदूआटोला घाट, कोयल मेदिनीनगर, छक्षिणवारा टोला, मोल्लवी घाट कौड़िया
छतरपुर – टुकटुकाघाट, बटाने नदी, छतरपुर, चिरू, तेतरियाडीह, हेसला, चहलहटावा, बघमरा, सुखनडीहा नाला
हैदरनगर – सजवान सलेमपुर, सोन, कबराखुर्द, नवडीहा पीपराही, लक्ष्मीपुर, सती नदी
पड़वा –मुरमा घाट, सदाबाह नदी, पड़वा घाट, सदाबाह नदी, गरेरियाडीह, दुर्गावती नदी, गारीखांस, झरी घाट, छिछोरी घाट, सदाबाह, गोलहाना, जीजोरी नदी
पांकी – तितलंगी (चाको नदी), गिड़ी (चाको नदी), केल्हवा (चाको नदी), बोरोदीरी (अमानत नदी), द्वारिका (अमानत नदी), बनई नाला, कलोलवा नाला, सोवनस नाला, पीरी नदी
चैनपुर –सदाबह नाला, सतबहीनी नाला, सेमरा नाला, परासन नाला
पाटन – बनका नाला, अखराही नाला जगहंसी, अखराही नाला

Author: Shahid Alam
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