आज़ाद दर्पण डेस्क : सरायकेला जिले के आदित्यपुर में रेल की पटरियों के किनारे एक युवक घायल अवस्था में लोगों को मिला। लोगों ने उसे इलाज के लिए तत्काल एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल पहुंचने के बाद चिकित्सकों ने उसका इलाज शुरू कर दिया था। इसी बीच वह अस्पताल कर्मियों की नजर से बचकर हॉस्पिटल के बाथरूम में पहुंचा और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी सबसे पहले हॉस्पिटल के सफाईकर्मियों को हुई क्योंकि उन लोगों ने ही शव को सबसे पहले देखा। सफाईकर्मियों ने अस्पताल प्रबंधन को घटना की जानकारी दी। अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी। घटना के बाद कुछ देर के लिए एमजीएम हॉस्पिटल में अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अस्पताल प्रबंधन को पोस्टमार्टम के लिए कहा है।
आत्महत्या करने निकला युवक पहले ट्रेन से बचा, फिर लगा ली फांसी
आत्महत्या करनेवाले युवक की पहचान पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के कांताडीह गांव निवासी मिन्टू मांझी (22 वर्ष) के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके परिजनों को घटना की सूचना दे दी है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार युवक आत्महत्या करने ही निकला था। सबसे पहले उसने ट्रेन के सामने कूदकर जान देने की कोशिश की। लेकिन वह घायल होकर पटरियों के किनारे गिर पड़ा। बाद में ग्रामीणों की नजर उसपर पड़ी तो उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने फांसी लगाकर जान दे दी। बहरहाल, पुलिस और अस्पताल प्रबंधन युवक के परिजनों का जमशेदपुर पहुंचने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।