आजाद दर्पण डेस्क : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सम्मनों और गांडेय से विधायक डॉ सरफराज अहमद के इस्तीफ़े के बाद झारखण्ड में राजनीतिक अटकलों का बाजार गर्म है। ऐसा माना जा रहा है कि ईडी की कार्रवाई की आशंका के मद्देनज़र झारखंड में राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिल सकता है। ईडी ने अब तक छ: सम्मन जारी कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पूछ्ताछ के लिए बुलाया था। लेकिन एक बार भी मुख्यमंत्री पूछ्ताछ के लिए हाजिर नहीं हुए। अंत में ईडी ने आखिरी सम्मन जारी करते हुए मुख्यमंत्री से पूछा था कि पूछ्ताछ करने के लिए वो कब और कहां उपलब्ध हैं। समय व जगह बताने के लिए मुख्यमंत्री को दो दिन का समय दिया गया था। लेकिन इसका भी जवाब सीएम ने ईडी को नहीं दिया। ऐसे में ईडी की कार्रवाई की सम्भावनाएं प्रबल हो जाती हैं।
गांडेय विधायक का इस्तीफा, राजनीतिक उथल-पुथल की अटकलें तेज
इस बीच खबर सामने आई कि गांडेय विधायक डॉ सरफराज अहमद ने इस्तीफा दे दिया है। झामुमो विधायक के इस्तीफ़े को विधानसभा सचिवालय ने मंजूर करते हुए इसकी अधिसूचना सोमवार यानि कि 1 जनवरी 2024 को जारी भी कर दिया। गांडेय विधायक के इस्तीफ़े के बाद प्रदेश में राजनीतिक उथल-पुथल की अटकलें और तेज हो गई है। माना जा रहा है कि ईडी की कार्रवाई करने की स्थिति में यदि मुख्यमंत्री को पद छोड़ना पड़ा तो उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई जा सकती है। अंदरखाने से खबर है कि कल्पना सोरेन को गांडेय विधानसभा से चुनाव लड़ाया जा सकता है और इसीलिए गांडेय विधायक डॉ सरफराज अहमद का इस्तीफा दिलवाया गया है।
झामुमो के लिए सेफ सीट है गांडेय विधानसभा
गांडेय विधानसभा क्षेत्र झामुमो के लिए सेफ सीट माना जा रहा है। यहां से झामुमो ने पांच बार (1985, 1990, 2000, 2005 व 2019) चुनाव जीत चुका है। झामुमो के टिकट पर सालखन सोरेन यहां से चार बार विधायक रहे हैं। वही खुद डॉ सरफराज अहमद दो बार तो कांग्रेस से और एक बार झामुमो में विधायक रहे हैं। विगत 2019 के चुनाव में डॉ सरफराज अहमद ने झामुमो के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के जयप्रकाश वर्मा को 8855 वोटों से पराजित किया था। डॉ सरफराज अहमद को 65,023 वोट मिले थे, जबकि जयप्रकाश वर्मा को 56,168 वोट ही प्राप्त हुआ था।
आदिवासी व मुस्लिम बहुल हैं गांडेय विधानसभा
गांडेय विधानसभा क्षेत्र में वैसे तो सभी जाति धर्मों के लोग निवास करते हैं। लेकिन यह विधानसभा आदिवासी व मुस्लिम बहुल है। यही कारण है कि इसे झामुमो का सबसे सेफ सीट माना जाता है। विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 2,69,330 है। गत चुनाव में 1,87,343 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था।

Author: Shahid Alam
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